रिफ्यूजी मुक्केबाज एल्ड्रिक सैमुअल से मिलिए, जो टोक्यो 2020 ओलंपिक में अपना सपना साकार करेंगे
एल्ड्रिक सेला के बॉक्सिंग करियर में कई बार ढलान का दौर आया है, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। आपको बता दें कि एल्ड्रिक एक IOC रिफ्यूजी एथलीट स्कॉलरशिप धारक हैं। वहीं, वो इस साल 2021 में टोक्यो 2020 में प्रतिस्पर्धा करते हुए नजर आएंगे।
एल्ड्रिक सेला ने पहली बार महज 10 साल की उम्र में बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रखा। इसके साथ ही वो बॉक्सिंग की बारे में अपना निजी ब्लॉग भी लिखते हैं कि कैसे बॉक्सिंग करें ताकि वह दूसरों से अपने आपको डिफेंड कर सकें।
बताते चलें कि एल्ड्रिक शुरुआती दौर में वेनेजुएला की लोकप्रिय जगह "23 डी एनरो" के पास रहते थे। जहां उन्हें अपनी निजी जिंदगी में बहुत कुछ सीखने को मिला।
वहीं, साल 2014 में वेनेजुएला में आर्थिक पतन, राजनीतिक उथल-पुथल और आपस में हिंसा और नफरत देखने को मिली। इस दौरान वो एक पेशेवर मुक्केबाज थे, और साथ ही नेशनल टीम का हिस्सा भी थे। इसके बाद उन्होंने अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ने का फैसला लेना पड़ा।
सेला ने वर्तमान हालात को देखते हुए अधिक मौके के लिए अपने परिवार और मातृभूमि को पीछे छोड़ दिया, और उन्होंने अपने करियर के लिए सुरक्षित स्थान खोजने का फैसला किया।
इस बीच वो और उनकी प्रेमिका ने देश छोड़ने का फैसला लिया, और सुरक्षित स्थान त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य में आ गए। जहां उन्होंने शरण ली। वहीं, अब उनके पिता साथ आ गए हैं, जो उनके कोच हैं।
वहीं, इस पिता-पुत्र की जोड़ी ने कैरेबियाई धरती पर अपनी पहली सफलता हासिल की। जब एल्ड्रिक सेला ने त्रिनिदाद और टोबैगो बॉक्सिंग एसोसिएशन की बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रजत पदक अपने नाम किया।
इसी के साथ वो पिछले साल दिसंबर महीने में आईओसी रिफ्यूजी एथलीट स्कॉलरशिप धारक (IOC Refugee Athlete Scholar) बने। जिस चीज को वो इतना महत्व देते हैं, उसके बारे में एल्ड्रिक कहते हैं:
"इस प्रोग्राम में, मुझे ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने और ना केवल मेरा, बल्कि दुनिया भर के लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा, जिन्हें मेरी तरह अपने घर छोड़ने और अपने सपनों के लिए मजबूर होना पड़ा।"
वो अपने घर को कभी नहीं भूलते हैं, शायद ही ऐसा कोई दिन हो जिस दिन वो उसे याद नहीं करते हैं। एल्ड्रिक हर दिन वेनेजुएला का राष्ट्रीय व्यंजन अरेपा खाते हैं।