यूनान के एथेंस में आयोजित वूमेंस इंडिविज़ुअल फेंसिंग वर्ल्ड कप 2022 में टोक्यो ओलंपियन भवानी देवी का अभियान शनिवार को खत्म हो गया। वे मेन टेबल ऑफ 64 से बाहर हो गईं।
टोक्यो 2020 ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाली एकमात्र भारतीय फेंसर भवानी देवी, इस इवेंट में भी भारत की ओर से एकमात्र प्रतियोगी थीं।
प्रीलिमिनरीज में दुनिया की 59वें नंबर की भवानी देवी तीन जीत और दो हार के साथ पूल में तीसरे स्थान पर रहीं। उन्होंने इस दौरान, ग्रीस की लिटिना एकाटेरिनी, हंगरी की लास्ज़लो लुका और सिंगापुर की लू हेइडी यान के को हराया। जबकि, उन्हें साउथ कोरिया की जियोन यून्हे और क्रोएशिया की बाल्डो जो मैरी से हार का सामना करना पड़ा।
हालांकि, इसके बावजूद वे टेबल ऑफ 128 के प्रिलिमिनरी राउंड के लिए क्ववालीफाई कर गई।
प्रीलिमिनरी टेबल ऑफ 128 में, भारतीय फेंसर ने हांगकांग की 63 वें नंबर की लेउंग लोक मैन लारेन को बड़ी आसानी से 15-8 के स्कोर से हराया। इसके बाद उन्होंने प्रीलिमिनरी टेबल ऑफ 64 में कनाडा की गॉर्डन तोमर को 15-12 से हराया।
भवानी देवी ने अपनी जीत के साथ मेन टेबल ऑफ 64 में अपनी जगह पक्की कर ली। हालांकि, वे दुनिया की 29वें नंबर की फेंसर मार्टिना क्रिसियो के खिलाफ हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गईं। बता दें कि, मार्टिना 2017 से इटली की वर्ल्ड चैंपियन साबरे टीम का हिस्सा हैं।
फेंसिंग के वर्ल्ड कप में, शीर्ष 16 रैंक वाले फेंसर मेन टेबल ऑफ 64 में सीधे प्रवेश कर जाते हैं। जबकि, बाकी फेंसर्स को पूल में बांटा जाता है। प्रत्येक पूल में प्रतियोगी एक दूसरे के साथ राउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेलते हैं।
प्रीलिमिनरी एलिमिनेटर के दो राउंड को पार करने वाले 32 फेंसर अन्य 32 (16 शीर्ष रैंकिंग वाले फेंसर और 16 पूल स्टेज के शीर्ष फेंसर) फेंसर के साथ मेन टेबल ऑफ 64 में शामिल हो जाते हैं। इसके बाद फाइनल मैच होने तक, टूर्नामेंट नॉकआउट फॉर्मेट में आगे बढ़ता है।
भवानी देवी, इस साल आयोजित पिछले दो वर्ल्ड कप (पहला जॉर्जिया के त्बिलिसी और दूसरा बुल्गारिया के प्लोवदीव) के प्रीलिमिनरी राउंड ऑफ 64 से बाहर हो गईं थीं।
भवानी देवी 18 और 19 मार्च को बेल्जियम में एक और फेंसिंग वर्ल्ड कप में भाग लेने वाली हैं।
इस बीच, भारत के उदयवीर सिंह हंगरी में वेस्टेंड ग्रां प्री में पुरुषों के एपी इवेंट में 271 फेंसर्स के बीच 196 वें स्थान पर रहे।