चीन के हांग्जो में होने वाले एशियन गेम्स 2022 में भी क्रिकेट को पदक इवेंट में शामिल कर लिया गया है। ये खेल आठ साल बाद एशियन गेम्स में फिर से लौट रहा है।
हालांकि भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे लोकप्रिय क्रिकेट सिर्फ कुछ ही मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट में देखने को मिला है।
1900 में क्रिकेट सिर्फ एक बार ओलंपिक में खेला गया था और 1998 में राष्ट्रमंडल खेलों में खेला गया था।
साल 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के साथ-साथ एशियन गेम्स में ये खेल फिर से वापसी कर रहा है।
एशियन गेम्स में क्रिकेट को 2010 में एक पदक के रूप में पहली बार शामिल किया गया और 2014 में इसे जारी रखा गया।
चलिए एशियन गेम्स में शामिल क्रिकेट के दोनों संस्करण पर एक नज़र डालते हैं।
2010 एशियन गेम्स में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट पर एक नज़र
चीन के ग्वांगझू शहर में 2010 एशियन गेम्स में क्रिकेट को पहली बार शामिल किया गया, जहां सबसे छोटे फॉर्मेट (ट्वेंटी 20) में पुरुष और महिलाओं की प्रतियोगिता आयोजित की गई।
सभी मैच ग्वांगगोंग इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए, जिसे विशेष रूप से एशियाई खेलों के लिए बनाया गया था।
पुरुषों की इवेंट में तीन टेस्ट खेलने वाले बांग्लादेश, श्रीलंका और पाकिस्तान की टीमों सहित नौ टीमों ने भाग लिया, टेस्ट खेलने वाली तीनों टीमों ने दीसरे दर्जे की टीम भेजी।
हालाँकि, भारत ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के कारण अपनी टीम को मैदान पर नहीं उतारा।
टूर्नामेंट के सबसे यादगार मुकाबलों में से एक चीन पुरुष टीम और पाकिस्तान का था। पाकिस्तान ने टूर्नामेंट का सबसे बड़ा स्कोर 183/1 बनाया और चीन को 128 रनों से हराया।
टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पाकिस्तान के खालिद लतीफ रहे, जिन्होंने पांच छक्कों की मदद से नाबाद 103 रन बनाए। यह एशियन गेम्स में अब तक का बनाया गया एकमात्र शतक है।
ग्रुप स्टेज और नॉकआउट के बाद, बांग्लादेश और अफगानिस्तान की पुरुष टीमों ने फाइनल में जगह बनाई, जहां मोहम्मद अशरफुल की अगुवाई वाली बांग्लादेश ने स्वर्ण पदक जीता। वहीं पाकिस्तान ने श्रीलंका को हराकर कांस्य पदक जीता।
आठ टीमों के बीच खेले गए महिला टूर्नामेंट में पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया जबकि जापान ने कांस्य पदक जीता।
स्वर्ण पदक जीतने के बाद पाकिस्तान की महिला कप्तान सना मीर ने कहा, "जाहिर है, भारतीय टीम के न होने से हमें बहुत फायदा मिला क्योंकि हम उनकी अनुपस्थिति में प्रतियोगिता में सबसे अनुभवी टीम थे। जीत कैसे भी हो, वो जीत होती है और इसने हम सभी को गौरवान्वित किया है।"
2014 एशियन गेम्स में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट पर एक नज़र
दक्षिण कोरिया के इंचियोन में आयोजित हुए 2014 एशियन गेम्स में क्रिकेट 36 खेलों में से एक था और एक बार फिर सबसे लोकप्रीय टी 20 प्रारूप में क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन हुआ।
पुरुष और महिला वर्ग में 10-10 टीमों ने इस टूर्नामेंट में भाग लिया। हालांकि, इस बार भी भारत ने टूर्नामेंट में भाग ने लेने का फैसला किया।
पिछले संस्करण की तरह ही इस आयोजन के लिए एक क्रिकेट स्टेडियम बनाया गया था और सभी क्रिकेट मैचों का आयोजन योनहुई क्रिकेट ग्राउंड में ही हुआ था।
इसी संस्करण में बांग्लादेश ने कुवैत के खिलाफ एशियन गेम्स का सबसे बड़ा स्कोर रिकॉर्ड 224/9 बनाया। जवाब में बांग्लादेश ने कुवैत को मात्र 21 रन पर ऑलआउट कर 203 रन से मैच जीत लिया था। ये एशियन गेम्स के इतिहास की रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत भी थी।
फाइनल में अफगानिस्तान को हराकर श्रीलंका की पुरुष टीम ने इवेंट का स्वर्ण पदक जीता।
बारिश के कारण खेल न होने के कारण 2010 की चैंपियन बांग्लादेश को श्रीलंका के खिलाफ सेमीफाइनल में टॉस हारकर बाहर होना पड़ा। हालांकि, बंग्ला टाइगर्स ने तीसरे स्थान के मैच में हांगकांग को हराकर कांस्य पदक जीता।
दूसरी ओर, पाकिस्तान ने बारिश से प्रभावित फाइनल में महिला टूर्नामेंट के अपने खिताब को सफलतापूर्वक डिफेंड किया।
पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम ने स्वर्ण पदक के प्ले-ऑफ में बांग्लादेश से बेहतर प्रदर्शन किया, जो डकवर्थ-लुईस से तय की गई थी। कांस्य पदक के मुकाबले में चीन को हराकर श्रीलंका ने पोडियम पर अंतिम स्थान हासिल किया।
एशियन गेम्स के महिला टूर्नामेंट में सिर्फ एक पांच विकेट हॉल का रिकॉर्ड देखा गया। चीन ने दक्षिण कोरिया की महिला टीम को 49 रन पर ऑलआउट कर दिया, जिसमें जियांग रुआन ने लिए 5/9 हासिल किया। चीन ने उस मुकाबले को आठ विकेट से मैच जीत लिया था।