वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने शनिवार को सोलिहुल में नेशनल एग्जिबीशन सेंटर (NEC) में महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल करते हुए राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत के लिए तीसरा पदक जीता।
टोक्यो ओलंपिक और कॉमनवेल्थ गेम्स पदक विजेता मीराबाई चानू ने बर्मिंघम 2022 में अपने भार वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए कुल 201 किग्रा (स्नैच - 88 किग्रा; क्लीन एंड जर्क – 113 किग्रा) उठाया। उन्होंने 2018 में ऑस्ट्रेलिया के कॉमनवेल्थ गेम्स में 48 किलोग्राम भार वर्ग में वेटलिफ्टिंग गोल्ड मेडल जीता था।
अपने इस लक्ष्य के साथ मीराबाई चानू ने अपनी श्रेणी में राष्ट्रमंडल खेलों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
मीराबाई चानू ने कहा, "राष्ट्रमंडल खेल के रिकॉर्ड को तोड़कर बहुत खुश हूं। ओलंपिक के ठीक बाद यह मेरे लिए एक खास पदक है। आज मेरी लड़ाई खुद के खिलाफ थी। मैं स्नैच में 90 किग्रा छूना चाहती थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उम्मीद है कि यह जल्द ही संभव हो सकेगा। मेरा अगला लक्ष्य विश्व चैंपियनशिप है।"
भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक में भारत को पहला पदक दिलाया था। चानू ओलंपिक में वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल लाने वाली पहली भारतीय एथलीट हैं।
8 अगस्त 1994 को जन्मी और मणिपुर के एक छोटे से गांव में पली बढ़ी मीराबाई ने स्नैच में अपने अभियान की शुरुआत 84 किग्रा के सफल प्रयास के साथ की और अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने 88 किग्रा भार उठाया।
स्नैच के इस सफल प्रयास ने उन्हें क्लीन एंड जर्क राउंड में अन्य सभी प्रतिद्वंद्वियों से 12 किलोग्राम आगे कर दिया। स्नैच में उनका 88 किग्रा भार उठाना राष्ट्रमंडल खेल का रिकॉर्ड बन गया और इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय रिकॉर्ड और अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ की बराबरी भी कर ली।
इसके बाद चानू ने अपने तीसरे और अंतिम स्नैच प्रयास में 90 किग्रा वजन उठाने की ठानी, लेकिन पैर के लड़खड़ाने की वजह से वह एक नया रिकॉर्ड बनाने से चूक गईं।
उनके बाद स्नैच में एम. रानाईवोसोआ (76 किग्रा) और कनाडा की एच. कमिंसकी (74 किग्रा) अगली दो सर्वश्रेष्ठ भार उठाने वाली वेटलिफ्टर रहीं।
प्रतियोगिता के क्लीन एंड जर्क वर्ग में मीराबाई चानू ने सफलतापूर्वक 109 किग्रा भार उठाया और अपने पहले ही प्रयास से अपना स्वर्ण पदक पक्का कर लिया।
अपने दूसरे प्रयास में मीराबाई चानू ने 113 किग्रा भार उठाया। तीसरे प्रयास में उन्होंने 115 किग्रा भार उठाने की ठानी लेकिन वह इसे सफलतापूर्वक करने से चूक गईं। इसके बावजूद उन्होंने स्नैच और क्लीन एंड जर्क में कुल 201 किलोग्राम भार उठाते हुए भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीत लिया।
गोल्ड कोस्ट के जैसे ही मीराबाई चानू ने एकबार फिर कमाल कर दिया। रोइल्या रानाइवोसोआ ने 172 किग्रा (76 किग्रा + 96 किग्रा) के साथ रजत पदक जीता, जबकि कनाडा की हन्ना कमिंसकी ने 171 किग्रा (74 किग्रा + 97 किग्रा) के साथ कांस्य पदक जीता।
गोल्ड मेडल पोजीशन को छोड़कर बाकी सभी पदकों में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।