मनीष कौशिक ने बॉक्सम में जीता भारत के लिए एकमात्र स्वर्ण, COVID के कारण अन्य मुक्केबाज हुए बाहर

नौ भारतीय मुक्केबाजों ने स्पेन में खेले गए टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई थी। COVID के कारण छह मुक्केबाज़ों को बाहर होना पड़ा।

3 मिनटद्वारा विवेक कुमार सिंह

टोक्यो ओलंपिक कोटा विजेता मनीष कौशिक (Manish Kaushik) ने स्पेन के कैस्टेलन में खेले गए बॉक्सम टूर्नामेंट में भारत के लिए एकमात्र स्वर्ण पदक जीता। अन्य भारतीय मुक्केबाज़ शनिवार को COVID-19 मामलों के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए।

मनीष कौशिक ने डेनमार्क के टेटेरियन निकोलाई के खिलाफ 63 किग्रा के फाइनल में 3: 2 स्प्लिट डिसिजन से जीत हासिल की। बता दें कि सभी नौ टोक्यो ओलंपिक कोटा विजेता मुक्केबाजों सहित 14 सदस्यीय भारतीय मुक्केबाजी दल ने बॉक्सम टूर्नामेंट में भाग लिया था।

नौ भारतीय मुक्केबाजों में से छह पुरुष और तीन महिला मुक्केबाज़ों ने फाइनल में जगह बनाई लेकिन सिर्फ चार मुक्केबाज़ ही फाइनल के लिए रिंग में उतर सके।

ओलंपिक-बाउंड आशीष कुमार (Ashish Kumar) (75 किग्रा) को फाइनल के पहले COVID-19 टेस्ट पॉजिटिव आया था, जिसकी वजह से वो बाहर हो गए। मोहम्मद हुसामुद्दीन (Mohammad Hussamuddin) (57 किग्रा) और सुमित सांगवान (Sumit Sangwan) (81 किग्रा) को भी अपने फाइनल मैचों से बाहर होना पड़ा क्योंकि वे स्पेन में आशीष के रूम-मेट थे।

जबकि तबीयत खराब होने की वजह से सतीश कुमार (Satish Kumar) (+ 91 किग्रा) रिंग में उतर नहीं सके।

विकास कृष्णन (Vikas Krishan) को अपने 69 किग्रा मुकाबला में स्पेन के रियो ओलंपियन युबा सिसोखो नादेय (Youba Sissokho Ndiaye) से 4: 1 के अंतर से हारकर रजत से संतोष करना पड़ा।

विकास के दाहिनी आंख पर चोट लगी थी और वो अच्छे तरह से अपने पंच को कनेक्ट नहीं कर पा रहे थे। इसका फायदा उठाते हुए तीसरे दौर में यूबा ने पावर-पैक पंच मारना जारी रखा और मुक़ाबले को अपने नाम कर लिया।

महिलाओं की श्रेणी में युवा जैस्मिन (Jasmine) को यूरोपीय चैंपियन और इटली की रियो 2016 ओलंपियन इरमा टेस्टा से अपने 57 किग्रा के मुक़ाबले में 5: 0 से हार का सामना करना पड़ा। जैस्मीन के लिए ये टूर्नामेंट यादगार रहेगा, उन्होंने बुधवार को सर्वसम्मति से क्वार्टरफाइनल में अमेरिका की बॉक्सम चैंपियन एंड्रिया मदीना को हराया था।

75 किग्रा में पूजा रानी (Pooja Rani) अमेरिका की नाओमी ग्राहम से 5: 0 से हार गईं, नाओमी ने अपने शानदार पंच और तेजतर्रार मुक्केबाज़ी के आगे भारतीय मुक्केबाज को कोई मौका नहीं दिया।

प्यूर्टो रिको की मुक्केबाज किरिया तापिया (Kiria Tapia) भारतीय मुक्केबाज़ सिमरनजीत कौर (Simranjit Kaur) की सेमी-फाइनल में प्रतिद्वंद्वी थीं। उनका COVID -19 टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद भारतीय मुक्केबाज़ को अपना 60 किग्रा मैच अमेरिकन रशीदा एलिस (Rashida Ellis) के खिलाफ छोड़ना पड़ा। सिमरनजीत का टेस्ट नेगेटिव था, लेकिन स्थानीय सरकारी नियमों के कारण उन्हें मैच से बाहर होना पड़ा।

टूर्नामेंट के फाइनल से हटने वाले सभी मुक्केबाजों को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। भारत ने इस तरह बॉक्सम में एक स्वर्ण, आठ सिल्वर और एक कांस्य पदक हासिल किया।

इस टूर्नामेंट में कांस्य पदक भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम (Mary Kom) ने जीता था। जिन्हें शुक्रवार को सेमीफाइनल में हारकर बाहर होना पड़ा था। 52 किग्रा में विश्व नंबर 1 अमित पंघल (Amit Pangal) क्वार्टरफाइनल में ही हारकर बाहर हो गए थे।