एशियन गेम्स 2023 महिला हॉकी: भारत ने जापान को हराकर जीता कांस्य पदक

भारतीय टीम ने जापान को 2-1 से हराकर एशियाई खेलों के इतिहास में अपना चौथा कांस्य पदक जीता। दीपिका के पहले गोल के बाद सुशीला चानू ने भारत की ओर से विजयी गोल दागा।

3 मिनटद्वारा रौशन प्रकाश वर्मा
Indian women's hockey team
(Hangzhou2022.cn)

एशियन गेम्स 2023 हॉकी कांस्य पदक मैच में शनिवार को भारतीय महिला टीम ने जापान को हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

ग़ौरतलब है कि सियोल 1986, दोहा 2006 और इंचियोन 2014 के बाद एशियाई खेलों में यह भारत का चौथा महिला हॉकी कांस्य पदक था। भारतीय महिला हॉकी टीम ने , जिनका महाद्वीपीय प्रतियोगिता में एकमात्र स्वर्ण पदक नई दिल्ली 1982 एशियन गेम्स में जीता था, जबकि जकार्ता 2018 में टीम ने रजत पदक हासिल किया था।

भारत की ओर से दीपिका (5वें मिनट में) और सुशीला चानू (50वें मिनट में) ने गोल किया, जबकि जापान की ओर से एकमात्र गोल युरी नागाई ने 30वें मिनट में किया।

पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझोऊ में गोंगशु कैनाल स्पोर्ट्स पार्क स्टेडियम में भारतीय महिला हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीतने के लिए आक्रामक रुख़ के साथ मैच की शुरुआत की। पांचवें मिनट में भारत के पास पेनल्टी स्ट्रोक का मौक़ा था जिसे दीपिका ने गोल में तब्दील कर टीम इंडिया को 1-0 की बढ़त दिला दी।

इसके बाद भारतीय टीम ने पहले क्वार्टर में लगातार गेंद पर अपना नियंत्रण बनाए रखा और जापान के खिलाड़ियों को गोल करने का कोई भी मौक़ा नहीं दिया। 

दूसरे क्वार्टर में भी भारतीय खिलाड़ियों ने अपना दबदबा बनाए रखा और गेंद को अपने पजेशन में रखते हुए बेहतरीन डिफेंस का मुज़ाहिरा किया। 

हालांकि, मैच का पहला हाफ पूरा होने से ठीक पहले जापान की ओर से युरी नागाई ने पेनल्टी कॉर्नर के मौक़े को गोल में बदलकर स्कोर को 1-1 से बराबर कर दिया।

मैच में 1-1 की बराबरी हासिल करने के बाद आत्मविश्वास से भरपूर जापान की टीम ने दूसरे हाफ में आक्रामक तरीके से खेलना शुरू किया और बढ़त हासिल करने का प्रयास किया। वहीं, भारत की ओर से भी लगातार प्रयास जारी रहे लेकिन दोनों ही टीमें तीसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं कर सकीं। 

चौथे और अंतिम क्वार्टर में दोनों टीमें गोल की तलाश में नज़र आई, लेकिन इस बीच भारतीय टीम ने 50वें मिनट में एक और गोल कर अपने स्कोर को दोगुना कर दिया। जब सुशीला चानू के स्टिक से पेनल्टी कॉर्नर के जरिए भारतीय टीम का दूसरा गोल आया।

इसके बाद मैच में कोई और गोल नहीं हो सका और हॉकी रैंकिंग में सातवें स्थान पर काबिज़ भारतीय महिला टीम ने, दुनिया की 11वें नंबर की जापान टीम को 2-1 से हराकर कांस्य पदक जीता।

आपको बता दें कि भारत और जापान का आमना-सामना जकार्ता 2018 एशियन गेम्स के फाइनल में भी हुआ था जहां जापान ने 2-1 से जीत दर्ज की थी। इसके अलावा दोनों टीमों के बीच इंचियोन 2014 में कांस्य पदक के लिए भिड़ंत हुई थी जिसमें भारत ने जापान को 2-1 से हराया था। 

कप्तान सविता पूनिया की अगुवाई वाली भारतीय महिला हॉकी टीम को सेमीफाइनल में दुनिया की 10वें नंबर की टीम चीन के ख़िलाफ़ 0-4 से हार मिली थी। वहीं, जापान की टीम ने दक्षिण कोरिया से हारकर कांस्य पदक मैच में जगह बनाई थी।

इससे पहले पूल स्टेज मुक़ाबलों में चार में से तीन मैच जीतकर भारत ने पूल ए में शीर्ष स्थान हासिल किया था। 

भारतीय टीम ने पूल स्टेज में सिंगापुर (13-0), हांगकांग (13-0) और मलेशिया (6-0) को हराया था जबकि दक्षिण कोरिया (1-1) के ख़िलाफ़ खेला गया मैच ड्रॉ रहा था।

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