फ़ीफ़ा विश्व कप का फ़ाइनल खेल की दुनिया के सबसे बड़े आयोजनों में से एक है, जिसका पूरी दुनिया बेसब्री से इंतज़ार करती है। लुसैल स्टेडियम में फीफा विश्व कप 2022 के फाइनल में लियोनेल मेसीकी अर्जेंटीना ने रोमांचक मुकाबले के बाद पेनल्टी पर फ्रांस को हराकर अपना तीसरा फीफा विश्व कप खिताब जीता।
हालांकि, अर्जेंटीना ने मेसी के पेनल्टी और एंजेल डि मारिया के गोल की मदद से हाफ टाइम तक 2-0 की बढ़त ले ली, लेकिन दूसरे हाफ में किलियन एमबाप्पे ने दो गोल करके लेस ब्लेस को मुकाबले में वापस ला दिया। ऐसा लग रहा था कि अतिरिक्त समय के 108वें मिनट में मेसी के गोल ने अर्जेंटीना को जीत दिला दी है, लेकिन एमबाप्पे ने देरी से मिले पेनल्टी को गोल में बदलकर फिर से वापसी की और मैच को शूटआउट में पहुंचा दिया।
शूटआउट में गोलकीपर एमिलियानो मार्टिनेज के शानदार प्रदर्शन ने आखिरकार अर्जेंटीना को मैच में टिके रहने में मदद की।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर फ्रांस (FRA) और अर्जेंटीना (ARG) के बीच यह 13वां मैच था।
अर्जेंटीना (ARG) ने दो बार के विश्व कप विजेता फ्रांस के खिलाफ खेले गए 13 फुटबॉल मैचों में से सात जीते हैं, जिन्होंने तीन बार जीत हासिल की है। तीन मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए।
हालांकि अर्जेंटीना फुटबॉल टीम हेड टू हेड बैटल के साथ-साथ विश्व कप मुकाबलों (3-1) में आगे है, फ्रांस (FRA) ने रूस में 2018 विश्व कप के राउंड ऑफ 16 में दक्षिण अमेरिकी टीम को 4-3 से हराने में कामयाब रही थी।
अर्जेंटीना बनाम फ़्रांस, फ़ीफ़ा विश्व कप में हेड-टू-हेड रिकॉर्ड
अर्जेंटीना और फ़्रांस के बीच पहला मैच उरुग्वे में आयोजित 1930 विश्व कप के ग्रुप स्टेज में हुआ था। इस मैच में अर्जेंटीना ने 1-0 से जीत हासिल की थी। 81वें मिनट में लुइस मोंटी के गोल ने फ़्रांस को प्रतियोगिता से जल्दी बाहर कर दिया था।
इसके बाद अर्जेंटीना में हुए 1978 के विश्व कप में दोनों टीमों का एक बार फिर से आमना-सामना हुआ। यहां भी फ़्रांस को अर्जेंटीना के हाथों 2-1 से हार झेलकर ग्रुप स्टेज से ही प्रतियोगिता को अलविदा कहना पड़ा था।
डेनियल पासरेला के गोल की मदद से अर्जेंटीना ने पहले हाफ़ में बढ़त हासिल की लेकिन मिशेल प्लाटिनी ने 61वें मिनट में फ़्रांस की ओर से गोल कर स्कोर को बराबर कर दिया। हालांकि, इस मैच में निर्णायक गोल लियोपोल्डो ल्यूक ने 74वें मिनट में किया।
रूस में संपन्न हुए फ़ीफ़ा विश्व कप 2018 में पहली बार दोनों टीमें नॉकआउट राउंड में भिड़ी थी। ऐतिहासिक रूप से फ़्रांस के ख़िलाफ़ दबदबा बनाए रखने वाली अर्जेंटीना की टीम को यहां फ़्रांस की टीम ने रोमांचक मुक़ाबले में हरा दिया था।
बेंजामिन पावर्ड के गोल ऑफ़ द टूर्नामेंट के बाद मैच में एक घंटे का समय बीत जाने के बाद काइलियन एम्बाप्पे के लगातार गोल ने फ़्रांस को मैच में वापस ला दिया और स्कोर 2-2 से बराबर हो गया। अतिरिक्त समय में अर्जेंटीना की ओर से सर्जियो अगुएरो के गोल के बावजूद, फ़्रांस ने क्वार्टर-फ़ाइनल में प्रवेश किया और अंततः विश्व कप की ट्रॉफ़ी अपने नाम की।