केलेटेला पुर्तगाल में ट्रेनिंग ले रही हैं। जहां वो IOC के रिफ्यूजी एथलीट स्कॉलरशिप (IOC Refugee Athlete Scholarship) प्रोग्राम की मदद से अपने ओलंपिक के सपने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं।
आपको बता दें कि केलेटेला का जन्म साल 1999 में कांगो डेमोक्रेटिक रिपब्लिक में हुआ था। जहां उन्होंने कांगो में एक संघर्ष में अपने माता-पिता को खो दिया था। उसके बाद वो अपने चाची के साथ पुर्तगाल आ गए थे।
फिलहाल वर्तमान में अब उनकी नज़र इस साल 2021 में होने वाले टोक्यो 2020 ओलंपिक पर है। जहां उन्हें अपने शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है।
उन्होंने रिफ्यूजी ओलंपिक टीम इंस्टाग्राम से कहा: अभी वो लिस्बन में स्पोर्टिंग क्लब डी पुर्तगाल के साथ रेस करते हैं। जहां अभी वो 10 सेकेंड में 100 मीटर समय के करीब पहुंच रहे हैं, और वहीं उनका मकसद है कि आने वाली पीढ़ी इससे प्रेरित हों।
डोरियन केलेटेला ने कहा, "मैं चाहता हूं कि मेरे करियर के बाद, युवा लोग मेरे नाम को एक प्रेरणा के रूप में याद रखें।"
वो टोक्यो 2020 के लिए IOC रिफ्यूजी ओलंपिक टीम का हिस्सा हैं, जो 37 रिफ्यूजी एथलीट स्कॉलरशिप-धारकों में से एक है, जिसकी घोषणा जून 2020 में की जाएगी।
आपको बता दें कि उन्होंने कम उम्र में अपने माता-पिता को खो दिया था और अपनी चाची के साथ रहने लगे, जिन्होंने बाद में इस नौजवान डोरियन के साथ पुर्तगाल में शरण मांगी।
महज 17 साल की उम्र में डोरियन पुर्तगाल पहुंचे। जहां उन्होंने रिफ्यूजी सेंटर में एक साल से अधिक समय बिताया, और एक नई भाषा सीखने और जीवन के एक नए तरीके अपनाने के लिए तैयार हो गए।
जैसा कि कई रिफ्यूजी के साथ ऐसा हुआ है कि खेल ने हमेशा खेलने, सपने देखने, आगे बढ़ने के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान किया है।
जहां उन्होंने महज 15 साल की उम्र में दौड़ना शुरू किया और ट्रैक उनका दूसरा घर बन गया। अब वह दिन में तीन घंटे, सप्ताह में प्रत्येक दिन अपने दिमाग में सिर्फ एक लक्ष्य के साथ ट्रेनिंग करते हैं।
बता दें कि उन्होंने फरवरी 2020 में 6.49 सेकेंड में 60 मीटर, फिर अगस्त 2020 में 10.46 सेकेंड में 100 मीटर रेस पूरी की। वहीं, अब उन्हें उम्मीदें इससे अधिक हैं कि वो इस आउटडोर सीज़न में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं।
हाल ही में केलेटेला ने रिफ्यूजी ओलंपिक टीम फेसबुक से बताया कि: "मैं चाहता हूं कि लोग मेरे बारे में जानें कि मैं एक दृढ़ निश्चयी व्यक्ति हूं, जो कभी हार नहीं मानता और अपने सपनों के बारे में सोचता है।
"जीवन में मेरा मकसद विश्वास, दृढ़ संकल्प, साहस, धैर्य और दृढ़ता के साथ आगे बढ़ना है।"
टोक्यो 2020 रिफ्यूजी ओलंपिक टीम के लिए उनका चयन हुआ। अब उनकी नजर टोक्यो में होने वाले गेम्स पर है।
उन्होंने यूके के Sports Gazette को बताया, "एथलीटों की अंतिम सूची का हिस्सा बनने के लिए कड़ी मेहनत करना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है।"
उन्होंने आगे कहा, "खेल मेरे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि मुझे इससे स्वस्थ रहने और खुद का महत्व समझने का मौका मिलता है।"
"मैं पुर्तगाल में सुरक्षित महसूस करता हूं क्योंकि वहां आजादी है और इंसानों का सम्मान किया जाता है।"