Gagan

गगन नारंग

भारत
भारत
शूटिंगशूटिंग
ओलंपिक मेडल
1B
भाग लेना4
पहला प्रतिभागीएथेंस 2004
जन्म का साल1983
सोशल मीडिया

बायोग्राफी

दो साल के नन्हे गगन नारंग चेन्नई के मरीना बीच पर गुब्बारों पर टॉय गन से निशाना लगाया करते थे। 27 साल बाद वो लंदन में रॉयल आर्टिलरी बैरक में भारत के लिए ओलंपिक गेम शूटिंग जारी रखते हुए दिखाई दिए।

10 मीटर एयर राइफल इवेंट में गगन ने भारत के लिए ब्रॉन्ज़ मेडल हासिल किया। 4 बार ओलंपिक गेम्स में हिस्सा लेने वाले और साथ ही कई वर्ल्ड कप खिताबों को अपने नाम करने वाले इस खिलाड़ी ने भारत को बहुत से मौक़ों पर गौरवान्वित किया है।

कभी अपने खेल की वजह से तो कभी अपने द्वारा स्थापित की हुई शूटिंग अकादमी ‘गन्स एंड ग्लोरी’ में युवाओं को गुण सिखाकर गगन ने हमेशा ही भारत की मिटटी को सहयोग दिया है। गौरतलब है कि इलावेनिल वालारिवन जैसी दिग्गज शूटर भी गगन की अकादमी में ही अपना कौशल सीखती हैं।

उनके पिता ने ही उन्हें पहली एयर पिस्टल तोहफे में दी थी और तभी से इस दिग्गज ने डोमेस्टिक सर्किट में ही अपने नाम में चार चांद लगाए हैं। गगन के प्रदर्शन की बदौलत उन्हें 2004 एथेंस गेम्स के दौरान भारतीय टीम में शामिल किया गया। हालांकि 10 मीटर एयर राइफल वर्ग में खेलते हुए गगन का ओलंपिक सपना उनके हिसाब से नहीं गया और उन्हें समझ आ गया था कि इस स्तर पर टिकना है तो और भी ज़्यादा मेहनत करनी होगी।

ओलंपिक रिजल्ट

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